अगर दुनिया के सबसे खुशहाल देश की बात करें तो फिनलैंड अभी भी टॉप पर बना हुआ है. फिनलैंड लगातार सात वर्षों से पृथ्वी पर सबसे खुशहाल लोगों का घर रहा है। ब्रिटेन और अमेरिका दोनों ही सबसे नाखुश देशों की सूची में शामिल हो गए हैं.
143 देशों की इस सूची में ब्रिटेन पहले 19वें स्थान पर था, लेकिन अब 20वें स्थान पर पहुंच गया है. अमेरिका 15वें स्थान से फिसलकर 23वें स्थान पर पहुंच गया है. इस सूची में अफगानिस्तान सबसे निचले स्थान पर है.
सबसे चौंकाने वाला नाम पाकिस्तान का है. पिछले साल की तरह इस बार भी पाकिस्तान सबसे खुशहाल देशों की सूची में 108वें स्थान पर बना हुआ है. जबकि नेपाल 93वें स्थान पर है. यानी वह पाकिस्तान से भी ज्यादा समृद्ध है.भारत पहले की तरह सबसे खुशहाल देशों की सूची में 126वें स्थान पर बना हुआ है. यानी यह पाकिस्तान, नेपाल, नाइजीरिया, यूक्रेन, म्यांमार और यहां तक कि इराक से भी कम है। लिस्ट देखकर भारत के लोग हैरान हो सकते हैं. लेकिन ये रैंकिंग संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के आधार पर तैयार की गई है.
डेली मेल के मुताबिक, इसे गैलप, ऑक्सफोड रिसर्च सेंटर और यूएन सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन नेटवर्क ने मिलकर बनाया है. रिपोर्ट में हजारों लोगों की खुशी के आकलन के साथ-साथ आर्थिक और सामाजिक डेटा को आधार बनाया गया है. तीन साल की अवधि के औसत स्कोर के आधार पर शून्य से 10 के पैमाने इसे मापा गया है.इस रैंकिंग में फिनलैंड को 10 में से 7.74 अंक दिए गए, जबकि भारत को 4.05 अंक दिए गए।
जबकि पाकिस्तान को 4.65 अंक मिले हैं. अगर 10 सबसे खुशहाल देशों की बात करें तो फिनलैंड के बाद डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन, इजराइल, नीदरलैंड, नॉर्वे, लक्जमबर्ग, स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रेलिया का नाम है। इन्हें सबसे ज्यादा अंक मिले हैं, जिससे पता चलता है कि इन देशों की जनता संतुष्ट है.
अगर सबसे ज्यादा दुखी देशों की बात करें तो अफगानिस्तान के बाद लेबनान, लेसोथो, सिएरा लियोन, कांगो, जिम्बाब्वे, बोत्सवाना, मलावी और इस्वातिनी का नाम आता है। इन्हें सबसे कम अंक दिए गए हैं. अफगानिस्तान और भी डूब गया है. पहले यह सूची में 137वें स्थान पर था, लेकिन अब यह सबसे निचले पायदान 143वें स्थान पर पहुंच गया है. लेकिन खुशहाली सूचकांक में यूरोपीय देश शीर्ष पर हैं.