उत्तराखंड : राज्य के ज़्यादातर हिस्सों में आज भी खूब बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र की अनुसार देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश का येलो अलर्ट है जबकि हरिद्वार, उधम सिंह नगर, टिहरी और पौड़ी जिले के साथ अन्य जिलों में भी तेज बारिश के कई दौर होने की संभावना है। 1 अगस्त तक प्रदेश भर में तेज बारिश का पूर्वानुमान है। सभी जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं मानसून का कहर पहाड़ों पर दिखाई देने लगा है। उत्तराखंड के कई क्षेत्र भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं। भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त हो रखा है। शनिवार को भूस्खलन की चपेट में आकर टिहरी के तोली गांव में एक मां-बेटी की मौत हो गई जबकि टिहरी के तीनगढ़ गांव में हुए भूस्खलन की चपेट में 15 मकान आ गए। गनीमत रही कि हालात को देखते हुए प्रशासन ने इस गांव के घरों को सुबह के समय ही खाली करा दिया था। जिसके कारण बड़ा नुकसान होने से बच गया।
वहीं उत्तरकाशी के भंगेली में गुणगा गांव में अतिवृष्टि के कारण संपर्क मार्ग, दो पुलिया और पेयजल लाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। खेतों में हुए कटान की वजह से काफी नुकसान हुआ है। उत्तरकाशी में शनिवार देर रात आकाशीय बिजली की गर्जन हुई और अतिवृष्टि के कारण एक छोटे नाले ने नदी का रूप ले लिया। जिससे गांव की परिसंपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा है।
शनिवार को मसूरी में सबसे अधिक बारिश हुई। जबकि पौड़ी में सबसे कम बारिश दर्ज की गई। शनिवार को केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पहाड़ी से भूस्खलन हुआ। सोनप्रयाग शटल पार्किंग के ऊपर चट्टान टूट कर आने की खौफनाक तस्वीर दिखाई दी।
भूस्खलन होने पर हर तरफ धूल के गुबार उड़ते दिखाई दिए। जिसकी वजह से यात्रा को कुछ समय के लिए रोका गया। उधर गंगोत्री में भागीरथी का जलस्तर बढ़कर भागीरथी शीला के पास तक पहुंच गया।
प्रदेश में लगातार बारिश से कई मार्ग बाधित
राज्य में लगभग 121 मार्ग बंद है, इसमें बार्डर रोड, राज्य मार्ग से लेकर ग्रामीण मार्ग शामिल हैं। सबसे अधिक मार्ग चमोली जिले में बंद हैं। यहां पर 28 ग्रामीण मार्ग बंद हैं, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिथौरागढ़ जिले में दो बार्डर रोड और 24 ग्रामीण मार्ग बंद हैं। देहरादून जिले में दो राज्य मार्ग और 23 ग्रामीण मार्ग बंद हैं। उत्तरकाशी में एक राज्य मार्ग और पांच ग्रामीण मार्ग बंद हैं। ऊधमसिंह नगर में एक राज्य मार्ग और एक ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं। नैनीताल में चार, बागेश्वर में छह, चंपावत में दो, पौड़ी गढ़वाल में तीन, टिहरी में 12 और रुद्रप्रयाग जिले में सात ग्रामीण मोटर मार्ग प्रभावित हैं।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों में विद्यालयों के लिए अवकाश की घोषणा, पढ़िए खबर कितने दिन रहेंगे स्कूल बंद
हाल ही में आई आपदा के कारण, थाती बूढ़ाकेदार क्षेत्र के सभी कक्षा 1 से 12 तक के सरकारी, अशासकीय सहायता प्राप्त, और निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में 29 जुलाई 2024 से 3 अगस्त 2024 तक अवकाश घोषित किया गया है।
जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि आपदा के प्रभाव को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है ताकि विद्यार्थियों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इसके अलावा, विकासखण्ड भिलंगना के अन्य क्षेत्रों में स्थित सभी कक्षा 1 से 12 तक के सरकारी, अशासकीय सहायता प्राप्त, और निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में 29 जुलाई 2024 से 31 जुलाई 2024 तक अवकाश रहेगा।