Site icon Editor Shanu

उप्र : झाँसी मेडिकल कॉलेज में लगी भीषण आग,10 नवजात बच्चो की दर्दनाक मौत, रोती-बिलखती माएं, हाथों में बच्चों के अधजले शव…अखिलेश यादव का ट्विट

Spread the love

झांसी के मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया. एनआईसीसीयू (नवजात गहन चिकित्सा इकाई) वार्ड में भीषण आग लगने से 10 नवजात बच्चों की झुलकर मौत हो गई. सीएम योगी के निर्देश पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य झांसी पहुंचे. हादसे की जाँच कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं. ये दर्दनाक हादसा रात साढ़े बजे के आसपास हुआ. हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. सरकार ने मुजावजे का ऐलान किया है. मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे.

उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक बच्चों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है. वार्ड में 54 से ज्यादा बच्चे भर्ती थे. आग पर काबू पा लिया गया है.

एक नवजात की मां को बच्चे की हालत देखकर बेहोश हो गई। उसका पति खुद हिम्मत रखते हुए उसे पानी पिला रहा था। बच्चे की मां बार-बार यही कह रही थी कि एक बार बच्चे का चेहरा तो दिखा दो। एक महिला को उसका नाती नहीं मिला, लेकिन अधजली बच्ची मिली, जिसे लेकर वह इधर उधर दौड़ रही थी। उसने कहा कि मेरे नाती का पता नहीं, लेकिन इसे मरने नहीं दूंगी। अस्पताल लेकर जा रही हूं। एक महिला ने कहा कि हमे अंदर जाने नहीं दिया।

पता नहीं बच्चों का क्या हाल है? पूछने पर कोई कुछ नहीं बता रहा। डॉक्टर और नर्स बच्चों को लेकर इधर उधर भाग रहे हैं। एक महिला अपने बेटे की हालत देखकर बेहोश होकर गिर गई। पति उसे उठाने के लिए भागा तो वह भी बदहवास-सा हो गया। उसने मीडिया को बताया कि उसका बेटा सांस नहीं ले पा रहा था, इसलिए उसे वार्ड में मशीनों में रखा था, लेकिन यह नहीं पता था कि वह उसे जिंदगी नहीं, मौत मिलेगी। पूरा वार्ड जलकर राख हो गया, बच्चे कहां और किस हालत में हैं, पता नहीं। डॉक्टर-अधिकारी, पुलिस कोई कुछ नहीं बताता।

DM अविनाश कुमार ने मीडिया को बताया कि 10 बच्चों की मौत हुई है। कुछ बच्चे घायल हैं और बाकी सभी सुरक्षित हैं। पीड़ितों को एक-एक करके ब्रीफ कर दिया जाएगा। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की सूचना है। कमिश्नर विमल दुबे ने कहा कि ज्यादातर बच्चे बचा लिए गए हैं। सिलेंडर फटने से धमाके जैसी आवाज आई। उसके बाद अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। हादसे की गहन जांच करेंगे, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

झांसी के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) सचिन माहोर ने बताया कि वार्ड में 54 बच्चे थे। शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लगी थी और यही आग पूरे वार्ड में फैली। जिन बच्चों को बचाया गया है, उनकी हालत खतरे से बाहर है। डिप्टी CM बृजेश पाठक ने कहा कि हादसास्थल का मुआयना किया है। लापरवाही तो बरती जा रही थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच समिति गठित हो गई है, जिसमें कमिश्नर और DIG मेंबर हैं। मुख्यमंत्री ने 12 घंटे के अंदर हादसे की जांच रिपोर्ट मांगी है।

Exit mobile version