मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र के देवापुर गांव से एक दर्दनाक और रहस्यमयी घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है।
ढाई साल के एक मासूम बच्चे की मौत ने न सिर्फ एक परिवार का संसार उजाड़ दिया, बल्कि बंदरों के बढ़ते खतरे और प्रशासन की अनदेखी पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पिता की कुल्हाड़ी से कटी मासूम की गर्दन?
परिवार का दावा है कि यह घटना एक दुर्घटना है।
बच्चे के पिता ने बताया कि घर की छत पर बंदरों का झुंड आ धमका था, जिससे परिवार परेशान था।
बंदरों को भगाने के लिए उन्होंने कुल्हाड़ी फेंकी, लेकिन वह कुल्हाड़ी गलती से उनके ढाई साल के बेटे की गर्दन पर लग गई। बच्चे को गंभीर अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
🔷 मौसा ने लगाए हत्या के आरोप
दूसरी तरफ बच्चे के मौसा ने घटना को जानबूझकर की गई हत्या बताया है। उनका कहना है कि यह हादसा नहीं, बल्कि एक पूर्व नियोजित साजिश है। उनके मुताबिक पिता के व्यवहार में पहले से ही हिंसा के संकेत मिलते थे और इस घटना की गहराई से जांच होनी चाहिए।
🔷 ज़िला पंचायत सदस्य का अलग बयान
घटना को लेकर तीसरी कहानी सामने आई है। पड़ोसी और ज़िला पंचायत सदस्य ने दावा किया कि
बंदरों की उछलकूद के दौरान छत से एक लोहे की रॉड गिर गई, जो सीधे बच्चे की गर्दन में घुस गई। यही बच्चे की मौत का असली कारण है, न कि कुल्हाड़ी।
🕯️ मासूम की मौत से मातम, गांव में शोक का माहौल
ढाई साल का मासूम परिवार का इकलौता चिराग था। उसकी मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया है।
बच्चे की मां बेसुध है और बार-बार यही पूछ रही है – “मेरे लाल ने क्या कसूर किया था?”
घटना के बाद से गांव में दहशत और गुस्से का माहौल है, क्योंकि हर कोई एक अलग कहानी सुना रहा है।