उत्तराखण्ड के सातताल का एक वीडियो जोरों से वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाया जा रहा है कि ग्रामीणों ने पर्यटकों को अपने शौक पूरे करने के लिए बेजुबान पक्षियों का शिकार करते रंगेहाथों पकड़ा है। वन विभाग आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा रहा है।
नैनीताल व आसपास के पहाड़ी इलाकों में इनदिनों पर्यटन सीजन जोरो पर है। यहां देशभर के पर्यटक आते हैं और अपनी परेशानियों और थकावट को दूर कर लौट जाते हैं। ऐसे में कुछ पर्यटक ऐसे भी आते हैं जिन्हें अजीबो गरीब शौक चढ़ आते हैं और वो उसे पूरा करने के लिए किसी भी हद तक उतर जाते हैं।
ऐसे ही नैनीताल से कुछ दूरी पर सातताल की शांत वादियों में एयर गन से का पक्षियों का शिकार करते कुछ लोग मिले जो अपने आपको प्रयागराज का बता रहे हैं।
अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ वन्यजीवों और बड़ी संख्या में पक्षियों के लिए मशहूर सातताल से चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। वीडियो बना रहे यहां के ग्रामीण और पक्षीप्रेमी के अनुसार, पर्यटक एअर गन से अपने शौक पूरे करने के लिए पक्षियों का शिकार कर रहे हैं।
बताया गया है कि पक्षियों की उड़ान के दौरान उनपर निशाना लगाकर गिराया जा रहा था। स्थानीय पर्यावरण और वन्यजीव प्रेमियों ने इसपर गहरा आक्रोश जताया है। उनका कहना है कि यह न केवल वन्यजीव संरक्षण कानूनों का उल्लंघन है, बल्कि जैव विविधता के लिए भी एक गंभीर खतरा है। सूचने मिलने के बाद वन विभाग के डी.एफ.ओ.चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि उनके रेंज ऑफिसर विजय मेलकानी इस मामले में रोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा रहे हैं।