रामपुर। साइबर अपराधियों को फर्जी सिम बेचकर देशभर में करोड़ों की ठगी कराने वाले पांच सिम विक्रेताओं को रामपुर साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज और उपकरण बरामद किए हैं। इन सिम कार्डों के जरिए ठगों ने तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और गुजरात समेत विभिन्न राज्यों में 2.26 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
ऐसे बेचे जाते थे फर्जी सिम कार्ड
पुलिस जांच में सामने आया कि ये आरोपी ग्राहकों का अंगूठा लगवाकर ई-केवाईसी से एक सिम खुद के पास रख लेते थे और ग्राहक को दूसरे सिम को डी-केवाईसी कर देते थे। बाद में ये फर्जी सिम 1200 रुपये प्रति कार्ड की दर पर साइबर ठगों को बेच दिए जाते थे। ग्राहकों को इस बात की भनक तक नहीं लगती थी कि उनके नाम पर एक से अधिक सिम एक्टिव कर दिए गए हैं।
आरोपी और बरामद सामान
गिरफ्तार आरोपियों में –
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साहब खान (अजीतपुर नई बस्ती),
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परवेज (थाना अजीमनगर, खेमपुर गांव),
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साबिर अली (हकीमगंज गांव),
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फैजान (गंज थाना क्षेत्र, बाजोड़ी टोला)
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नूर मोहम्मद (भोट थाना क्षेत्र, मिलक हाशम गांव) शामिल हैं।
पुलिस ने इनके कब्जे से 6 मोबाइल फोन, 12 फर्जी आधार कार्ड, 3 फिंगरप्रिंट स्कैनर, कलर प्रिंटर, 189 लूज सिम कार्ड और एक लैपटॉप बरामद किया है। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे अब तक 12 लाख रुपये में 1000 से ज्यादा फर्जी सिम बेच चुके हैं।
ठगी का तरीका
साइबर अपराधी इन फर्जी सिम कार्डों को कंबोडिया से ऑपरेट करते थे।
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व्हाट्सएप पर फर्जी ट्रेडिंग कंपनी के नाम से ग्रुप बनाकर, महिला मैनेजर की डीपी लगाते।
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निवेश पर दोगुना मुनाफा देने का झांसा देते।
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इसके लिए फेक वेबसाइट और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जाता।
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बड़े पैमाने पर नंबरों को जोड़ने के कारण पीड़ित सभी नंबरों के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं करा पाते थे।

करोड़ों की ठगी का नेटवर्क
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तमिलनाडु के मागेश्वर से 1.18 करोड़ रुपये की ठगी।
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कर्नाटक के दो लोगों से 73.75 लाख रुपये, एक अन्य से 7.73 लाख रुपये।
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तेलंगाना के युवक से 2 लाख रुपये।
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बेंगलुरु के युवक से 2.79 लाख रुपये।
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आंध्रप्रदेश (तिरुपति) निवासी से 1.06 लाख रुपये।
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गुजरात (वलसाद) निवासी से 2 लाख रुपये।
पुलिस का बयान
एसपी रामपुर विद्यासागर मिश्र ने बताया –
“गिरफ्तार आरोपियों ने साइबर अपराधियों को बड़ी संख्या में फर्जी सिम उपलब्ध कराए थे। इस नेटवर्क के जरिए करोड़ों की ठगी की गई है। मामले की जांच जारी है और अन्य नाम सामने आने पर उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।”
