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MORADABAD : ठाकुरद्वारा  मोबाइल की दुनिया में प्यार का झांसा देना और फिर उसे ठगी में बदल देना अब आम होता जा रहा है। मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा इलाके में ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहाँ डेटिंग एप के जरिए दो युवकों को हनी ट्रैप में फंसा कर लूट लिया गया।

घटना शनिवार की बताई जा रही है। बोवदवाला और स्योहारा के दो युवक एक डेटिंग एप के ज़रिए फर्जी अकाउंट चलाने वाले गिरोह के संपर्क में आए। गिरोह ने युवकों को लड़कियों की आकर्षक तस्वीरें भेजकर विश्वास दिलाया कि वे मुलाकात कर सकते हैं। बातचीत बढ़ने के बाद युवकों को रमनावाला रोड स्थित एक मकान में बुलाया गया।

जैसे ही दोनों युवक वहां पहुंचे, चार युवकों ने उन्हें बंधक बनाकर पीटना शुरू कर दिया। बदमाशों ने उनसे हजारों रुपये नकद और मोबाइल फोन लूट लिए। जान बचाने के लिए दोनों किसी तरह वहां से भागे और सीधे ठाकुरद्वारा कोतवाली पहुंचे।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई में चार आरोपी दबोचे गए

सूचना मिलते ही पुलिस टीम सक्रिय हुई और इलाके में नाकाबंदी कर आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की।
पकड़े गए चारों आरोपी उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के जसपुर और ठाकुरद्वारा के फैजुल्लागंज गांव के रहने वाले हैं।
पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी फर्जी प्रोफाइल बनाकर युवाओं को जाल में फंसाने का काम करते थे।

थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। गिरोह के अन्य सदस्य अब भी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

कैसे चलता है डेटिंग एप का यह हनी ट्रैप नेटवर्क

जांच में सामने आया है कि आरोपी पहले सोशल मीडिया और डेटिंग एप पर युवतियों की फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं।
फिर कुछ दिनों तक बातचीत कर विश्वास जीतते हैं और मुलाकात का बहाना बनाकर युवकों को सुनसान जगह या किराए के मकान में बुलाते हैं।
वहां पहुंचते ही लूट या ब्लैकमेलिंग की वारदात को अंजाम दिया जाता है।

पुलिस की चेतावनी — “ऑनलाइन दोस्ती में सावधानी जरूरी”

ठाकुरद्वारा पुलिस ने इस घटना के बाद लोगों को चेतावनी दी है कि

“किसी भी डेटिंग एप या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बिना पुष्टि के किसी से मिलने न जाएं।
अपनी निजी जानकारी और लोकेशन साझा करना खतरनाक साबित हो सकता है।”

समाज के लिए सबक

यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि तकनीक जितनी सुविधा देती है, उतना खतरा भी बढ़ाती है।
ऑनलाइन दोस्ती और डेटिंग के नाम पर चल रहे कई हनी ट्रैप गिरोह युवाओं को फंसा रहे हैं।
प्यार के वादे, फर्जी प्रोफाइल और भरोसे की आड़ में अपराधियों का यह खेल अब छोटे शहरों और कस्बों तक फैल चुका है।