Spread the love

RAMPUR : जो नौजवान युवक युवतियां माँ बाप और समाज की इज़्ज़त को पैरो तले कुचलकर रात -रात भर बाते करते हैं फिर भाग कर शादी करते हैं फिर उसे प्यार का नाम देते हैं ऐसी युवक युवतियां किसी से प्यार नहीं करते और कुछ ही दिनों में प्यार का नशा उतर जाता है लेकिन माँ बाप की समाज में गई इज़्ज़त वापस नहीं आती कुछ ऐसी आज की खबर है रामपुर ज़िले के पटवाई थाना क्षेत्र से एक हृदयविदारक मामला सामने आया है, जहाँ प्रेम विवाह के नाम पर शुरू हुई मोहब्बत अब मौत, टूटे रिश्ते और पछतावे में बदल गई। सात महीने की गर्भवती महिला की पति द्वारा कथित पिटाई के कारण समय से पहले डिलीवरी हो गई, लेकिन तीन दिन बाद नवजात की मौत हो गई।
महिला का इलाज जारी है, जबकि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

प्रेम विवाह से शुरू हुआ दर्द का सिलसिला

पटवाई थाना क्षेत्र के ग्राम निस्बी निवासी एक युवती की शादी भोट थाना क्षेत्र के ग्राम रम्पुरा निवासी ट्रक चालक मोंटी से हुई थी। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था — रिश्तेदारी में आना-जाना था, जिससे जान-पहचान बढ़ी और धीरे-धीरे यह संबंध प्रेम में बदल गया।

लेकिन जिस रिश्ते को प्रेम समझा गया, वही ज़िंदगी की सबसे बड़ी भूल बन गया।
“माँ-बाप और समाज की इज़्ज़त दांव पर रखकर की थी शादी, उसी झूठे प्रेम ने बना दिया दर्द की मिसाल।”

शादी के शुरुआती कुछ दिन ठीक रहे, मगर जल्द ही ससुराल वालों ने दहेज को लेकर विवाद और मारपीट शुरू कर दी। युवती उस वक्त गर्भवती थी, लेकिन इसके बावजूद अत्याचार जारी रहे।

पति की पिटाई से टूटा सपना, मासूम ने तोड़ा दम

कुछ दिन पहले पति ने फिर से महिला की पिटाई की, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई।
परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ सात महीने के गर्भ में पल रहा बच्चा समय से पहले जन्मा।
तीन दिन तक बच्चे की जान बचाने की कोशिश की गई, लेकिन सोमवार को उसने दम तोड़ दिया।
मायके वालों ने आरोप लगाया है कि ससुराल वालों की लगातार मारपीट और दहेज की मांग ने यह स्थिति पैदा की।

पति मोंटी (उसे) अपने पत्नी पर शक था इस पर सवाल उठाया कि यह बच्चा उसका नहीं है। वहीं मायके पक्ष का कहना है कि दोनों के बीच शादी से पहले ही प्रेम संबंध थे, इसलिए यह आरोप झूठा है।
इस शक ने दोनों के बीच गहरी दरार पैदा कर दी।

पुलिस जांच में जुटी

पटवाई थाना प्रभारी पुष्कर सिंह ने बताया कि बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
उन्होंने कहा —

“सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। यदि पीड़ित पक्ष डीएनए टेस्ट की मांग करता है, तो कार्रवाई की जाएगी।”

फिलहाल तहरीर नहीं दी गई है, लेकिन पुलिस ने मामले में प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है।

समाज के लिए सबक

यह मामला सिर्फ एक घर की त्रासदी नहीं है, बल्कि उस पीढ़ी के लिए चेतावनी है जो झूठे प्रेम और दिखावे के रिश्तों में सब कुछ दांव पर लगा देती है।
आज भी कई युवक-युवतियाँ माँ-बाप की मर्जी के खिलाफ जाकर जल्दबाज़ी में ऐसे निर्णय ले लेते हैं, जिनका परिणाम दर्द और पछतावे के सिवा कुछ नहीं होता।