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RAMPUR UP : रामपुर-बरेली बॉर्डर के टांडा गांव के पास मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में पटवाई निवासी 60 वर्षीय चंद्रपाल की मौत हो गई, जबकि उनकी पुत्रवधू आराधना, 14 वर्षीय नाती कृष्ण और 8 वर्षीय नातिन काव्या गंभीर रूप से घायल हो गए।
तेज़ रफ़्तार बोलेरो के पेड़ से टकराने से एक खुशहाल परिवार की ज़िंदगी पल भर में बिखर गई।

 मायके से बहू को लाने निकले थे — बीच रास्ते छिन गई जान

परिजनों के मुताबिक चंद्रपाल सोमवार की शाम बदायूं जिले के कुंवरगांव स्थित अपनी बहू आराधना के मायके गए थे। वहां आराधना अपने भाई सचिन के रिश्‍ते में शामिल होने गई थीं।
मंगलवार सुबह चंद्रपाल बहू, नाती और नातिन को लेकर बोलेरो से वापस लौट रहे थे।

करीब सुबह 10 बजे, जब वह रामपुर-बरेली बॉर्डर पर स्थित टांडा गांव के पास पहुंचे, तभी बोलेरो अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े पेड़ से जा टकराई।
धड़ाम की आवाज़ सुनकर ग्रामीण मौके पर दौड़े और पुलिस को सूचना दी।

 मौके पर ही तोड़ा दम, घायल बच्चों की चीखें गूंज उठीं

तेज़ टक्कर में बोलेरो का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
ड्राइवर सीट पर बैठे चंद्रपाल बुरी तरह फँस गए और कुछ ही मिनटों में दम तोड़ दिया।
घायल पुत्रवधू आराधना और दोनों बच्चे रोते हुए मदद की गुहार लगाते रहे।
पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से तीनों घायलों को सीएचसी शाहबाद में भर्ती कराया, जबकि मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए रामपुर भेजा गया।

 खुशियां मातम में बदलीं

जिस घर में सोमवार को बहू के मायके जाने की खुशी थी, वहीं मंगलवार को मातम छा गया।
जैसे ही आराधना के मायके कुंवरगांव में हादसे की खबर पहुंची, रिश्ते की चर्चा थम गई — खुशियों पर मातम छा गया।
ससुर की मौत और बहू-बच्चों के घायल होने की सूचना पर दोनों परिवारों में कोहराम मच गया।

 गाँव में पसरा सन्नाटा

मृतक चंद्रपाल पटवाई कस्बे में हार्डवेयर की दुकान चलाते थे।
मिलनसार स्वभाव और शांत स्वभाव के कारण क्षेत्र में उनकी पहचान एक ईमानदार दुकानदार के रूप में थी।
उनके निधन की खबर से पटवाई बाजार में शोक की लहर दौड़ गई।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। चंद्रपाल अपने पीछे पत्नी, तीन बेटे और एक बेटी को छोड़ गए हैं।

 सड़क हादसे बन रहे जानलेवा

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि रामपुर-बरेली हाईवे पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हैं और ओवरस्पीड वाहन बिना किसी रोक-टोक के दौड़ते हैं।
स्थानीय लोग प्रशासन से सड़क की मरम्मत और स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी कोई और त्रासदी न हो।