PANCHKULA HR / SAHARANPUR UP : पंचकूला/सहारनपुर। पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत की गहन जांच कर रही पंचकूला पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने शुक्रवार को सहारनपुर में मुस्तफा के घर से एक डायरी जब्त कर ली है। पुलिस ने बताया कि डायरी का जिक्र हाल में सार्वजनिक हुए एक वीडियो में भी किया गया था और टीम इसे फॉरेंसिक लैब भेजकर क्रूर परतों की पड़ताल करेगी।
SIT ने बताया कि डायरी के साथ पहले से जब्त किए गए दो मोबाइल फोन और एक सीसीटीवी डीवीआर की भी फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। पिछले दिन एसआईटी ने एमडीसी सेक्टर-4 में मुस्तफा के घर पर छापा मारा था और वहां से ये डिजिटल उपकरण बरामद किए गए थे।
दस्तावेजों और मोबाइल पर गहन तलाशी
एसआईटी के अधिकारी कह रहे हैं कि बरामद डायरी और मोबाइल-सीएससीटीवी डेटा से मामले के कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है — जैसे मौत से पहले/बाद में हुई किसी बातचीत, संदेश, लोकेशन डेटा या वीडियो क्लिप। टीम दस्तावेजों व इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की डिजिटल फ़ॉरेंसिक जांच कराकर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि किसी तरह की दबाव, हेरफेर या बाहरी दख़ल तो नहीं था।
डी-एडिक्शन सेंटर की भी समीक्षा
वीरवार को SIT की टीम पटियाला स्थित उस डी-एडिक्शन सेंटर में भी गई थी, जहाँ अकील को कुछ समय के लिए भर्ती कराया गया था। सेंटर के मालिक और स्टाफ से पूछताछ के साथ वहाँ से अकील से जुड़े कई दस्तावेज कब्जे में लिए गए हैं। पुलिस का उद्देश्य यह जानना है कि अकील की मानसिक व चिकित्सीय स्थिति क्या थी और सेंटर में किस प्रकार का रिकॉर्ड रखा गया था।
शिकायतकर्ता ने दिए दस्तावेज
पुलिस को प्राप्त शिकायतकर्ता शमशुद्दीन चौधरी ने भी SIT को कई दस्तावेज सौंपे हैं — जिनमें वोटर-लिस्ट और अन्य पहचान संबंधी कागजात शामिल बताए जा रहे हैं। शमशुद्दीन ने स्वयं को पूर्व DGP के मलेरकोटला स्थित पड़ोसी बताया है, और उन्हीं की शिकायत पर MVC थाने में पहले मुकदमा दर्ज कराया गया था।
परिवार से सहयोग और 27 अक्टूबर तक बुलावा
SIT ने मुस्तफा परिवार के सदस्यों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ परिवार 27 अक्टूबर को पंचकूला पहुंचकर जांच में सहयोग कर सकता है — उसी दिन परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए जाएंगे।
जांच का चौतरफा कवरेज
एसआईटी ने स्पष्ट किया है कि वह मामले की छानबीन कई एंगल से कर रही है — अकील के सोशल मीडिया और वीडियो गतिविधियों का विश्लेषण, वीडियो क्लिप की ऑथेंटिसिटी की जाँच (क्या किसी वीडियो में दबाव था या एडिटिंग हुई है), पड़ोसियों-नौकरों-सिक्योरिटी गार्ड्स से पूछताछ और डी-एडिक्शन सेंटर के रिकॉर्ड की पड़ताल। घर पर मिले सीन-ऑफ-क्राइम साक्ष्यों की भी विस्तृत जांच की जा रही है।
पुलिस की टिप्पणी
आधिकारिक रूप से SIT ने कहा है कि फिलहाल कोई निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाज़ी होगा — इसलिए हर साक्ष्य की वैज्ञानिक और कानूनी तह तक जांच की जा रही है। उन्होंने स्थानीय लोगों और मीडिया से मामले की जांच में परिवार की प्राइवेसी का सम्मान करने का अनुरोध भी किया है ताकि जांच प्रभावित न हो।
संक्षेप में प्रमुख बिंदु:
-
सहारनपुर स्थित मुस्तफा के आवास से एक डायरी जब्त।
-
पहले बरामद दो मोबाइल फोन व सीसीटीवी डीवीआर का भी फॉरेंसिक परीक्षण होगा।
-
पटियाला के डी-एडिक्शन सेंटर से अकील से जुड़े दस्तावेज बरामद।
-
शिकायतकर्ता ने पेटे दस्तावेज एसआईटी को सौंपे।
-
परिवार व बाकी सदस्यों के बयान 27 अक्टूबर तक लिए जा सकते हैं।
-
जांच में वीडियो-सोशल मीडिया गतिविधियों की ऑडिटिंग और वीडियो की ऑथेंटिसिटी की जाँच भी शामिल।
