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रामपुर/स्वार..  SJMM न्यूज़ की लगातार रिपोर्टिंग का असर अब प्रशासनिक स्तर पर साफ दिखाई देने लगा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ती, सुरक्षित और नियमित परिवहन सुविधा की मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने ‘जनता बस सेवा’ शुरू करने की तैयारी तेज कर दी है। इससे स्वार–बाज़पुर स्टेट हाईवे सहित कई दूरदराज के गांव पहली बार नियमित रोडवेज बस सेवा से जुड़ सकेंगे।

ग्रामीण यात्रा को मज़बूती देने के लिए पुरानी बसों की मरम्मत

डिपो प्रभारी राम प्रकाश ने बताया कि जो बसें लम्बी दूरी की यात्राएँ पूरी कर चुकी हैं, उन्हें अब ग्रामीण रूटों के लिए तैयार किया जा रहा है।
इन बसों की—
✔ पूरी मरम्मत,
✔ फिटनेस जांच
✔ और रंग-रोगन
किया जा रहा है, ताकि यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक सेवा मिल सके।

20% तक कम किराया — छात्रों, मज़दूरों और किसानों के लिए बड़ी राहत

जनता बस सेवा का किराया सामान्य बसों की तुलना में लगभग 20% कम रहेगा।
इससे—

  • विद्यार्थियों

  • किसानों

  • छोटे व्यापारियों

  • और रोज़मर्रा की मजदूरी पर आने-जाने वालों
    को सीधी राहत मिलेगी।

अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में लोग निजी वाहनों और टेंपो–मैजिक पर निर्भर थे, जहाँ किराया अधिक और सुरक्षा कम रहती थी। नई सेवा ग्रामीणों के लिए सस्ती और सुरक्षित यात्रा का नया विकल्प बनेगी।

पहले चरण में दो रूट तय

परिवहन निगम ने पहले चरण में दो प्रमुख रूटों को चुना है—

1. रामपुर – स्वार – बाजपुर

व्यापारिक और मंडी क्षेत्र से जुड़ा यह मार्ग हजारों यात्रियों का प्रमुख रूट है।

2. रामपुर – केमरी – बिलासपुर

इस रूट पर बड़ी ग्रामीण आबादी है जहाँ रोडवेज़ सेवा की सबसे अधिक ज़रूरत महसूस की जा रही थी।

बड़े शहरों के लिए भी बस सेवा शुरू करने की मांग तेज

जनता अब परिवहन विभाग से मांग कर रही है कि हल्द्वानी, काशीपुर, हरिद्वार, देहरादून, रुद्रपुर, नैनीताल, दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, बरेली, मुरादाबाद और लखनऊ के लिए भी जल्द से जल्द सीधी रोडवेज बसों का संचालन शुरू किया जाए।

रामपुर और आसपास के क्षेत्रों का भौगोलिक महत्व इस मांग को मज़बूत बनाता है। उत्तराखंड सीमा से सटे होने के कारण यहां से—

  • हल्द्वानी

  • नैनीताल

  • रुद्रपुर

  • काशीपुर

  • जसपुर

  • हरिद्वार

  • देहरादून

के लिए प्रतिदिन भारी संख्या में यात्रियों की आवाजाही रहती है। लेकिन सीधी बस सेवा न होने के कारण लोगों को मजबूरी में प्राइवेट बसों के सहारे धक्के खाने पड़ते हैं।

दिल्ली–एनसीआर और यूपी के बड़े शहरों की भी यही समस्या

इसी तरह दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, लखनऊ, बरेली, सम्भल और मुरादाबाद जाने वाले यात्रियों को भी बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सीधी बस सेवा न होने से—
✔ अत्यधिक किराया देना पड़ता है
✔ कई बार बस बदलनी पड़ती है
✔ समय की बर्बादी भी होती है

यात्रियों का कहना है कि यदि इन प्रमुख शहरों के लिए रोडवेज बसें शुरू कर दी जाएँ तो लाखों लोगों को राहत मिलेगी।

परिवहन विभाग पर दबाव बढ़ा, जल्द निर्णय की उम्मीद

ग्रामीण क्षेत्रों में जनता बस सेवा की शुरुआत के बाद उम्मीद है कि परिवहन निगम जल्द ही बड़े शहरों के लिए भी बस संचालन को लेकर निर्णय लेगा। स्थानीय लोगों ने SJMM न्यूज़ के माध्यम से अपनी आवाज उठाते हुए कहा कि—
“अब हमारी बारी है, हमें भी सीधे रूट की बसें चाहिए।”