
हरिद्वार। नानकमत्ता साहिब डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या में शार्प शूटर अमरजीत उर्फ बिट्टू को पुलिस और एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया। यह मुठभेड़ सोमवार देर रात हरिद्वार में हुई. जानकारी के मुताबिक, अमरजीत सिंह के पंजाब से रामपुर की ओर जाने की सूचना थी. जिसके बाद एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस ने नाकाबंदी कर दी.
लेकिन आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी फायरिंग में अमरजीत को गोली लग गयी. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.मिली जानकारी के मुताबिक ये मुठभेड़ हरिद्वार के भगवानपुर इलाके में हुई.
हालांकि इस दौरान मारजीत का दूसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा. पुलिस टीम उसकी तलाश में जुटी हुई है. गौरतलब है कि 28 मार्च की सुबह बाबा तरसेम सिंह की दो बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद से ही पुलिस हत्यारों और हत्या के पीछे की साजिश का खुलासा करने में जुटी हुई थी.
इससे पहले पुलिस ने नानकमत्ता डेरा प्रमुख हत्याकांड का खुलासा कर चार साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया था. जानकारी के मुताबिक बाबा तरसेम सिंह की हत्या की सुपारी 10 लाख रुपये में दी गई थी. हत्या की साजिश उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में रची गई थी.
साजिशकर्ताओं ने पेशेवर अपराधियों को हत्या की जिम्मेदारी सौंपी थी. पहले हत्यारोपी सरवजीत के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में कुल 13 मुकदमे दर्ज हैं। जबकि दूसरे हत्यारोपी अमरजीत उर्फ बिट्टू पर पांच मुकदमे दर्ज हैं।पुलिस ने इस मामले में अब तक चार साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. जिसमें शाहजहाँपुर के दिलबाग सिंह, बाबा तरसेम सिंह के करीबी अमनदीप समेत दो लोग शामिल हैं।