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उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में इस सप्ताह बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है, लेकिन इससे पहले प्रदेश में सूखी ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खासकर बच्चे और बुजुर्ग कोरी ठंड के कारण बीमार पड़ रहे हैं। दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर होने से सर्द-गर्म की समस्या भी बढ़ रही है, जिससे बुजुर्गों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है।

 

दिसंबर का पहला सप्ताह समाप्त होने को है, लेकिन अब तक बारिश या बर्फबारी नहीं हुई है। पिछले दो महीने से मौसम शुष्क बना हुआ है, और पहाड़ों से लेकर मैदानों तक चटक धूप खिल रही है। हालांकि, मौसम विज्ञान केंद्र ने इस सप्ताह प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम में बदलाव की संभावना जताई है, जिससे पर्वतीय जिलों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इससे पहले सूखी ठंड मैदानी और पहाड़ी इलाकों में परेशानियों का कारण बनेगी।

 

मौसम विभाग के अनुसार, 8 और 9 दिसंबर को पर्वतीय जिलों में मौसम में बदलाव आ सकता है, जबकि मैदानी इलाकों में कोहरा छाने से तापमान में गिरावट आएगी। ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के आसार हैं, जिससे तापमान में तेज गिरावट होगी और कड़ाके की ठंड पड़ सकती है। बारिश के बाद सूखी ठंड से राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

 

देहरादून सहित अधिकांश क्षेत्रों में फिलहाल मौसम शुष्क बना हुआ है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से कुछ अधिक रहा है। दिनभर चटक धूप के कारण गर्माहट महसूस हो रही है, लेकिन सुबह और शाम के समय ठिठुरन बढ़ रही है।